रांची, 14 सितंबर (भाषा) रांची भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद संजय सेठ ने सोमवार को लोकसभा सत्र के दौरान झारखंड में धार्मिक धर्मांतरण का मुद्दा उठाया।
“झारखंड में आदिवासियों का धार्मिक परिवर्तन एक प्रमुख मुद्दा है। जब भी राज्य में भाजपा सत्ता से बाहर हुई है, रूपांतरण ने गति प्राप्त की है। वर्तमान झारखंड सरकार के शासन के दौरान, राज्य में धार्मिक परिवर्तन से राज्य में कई गुना वृद्धि हुई है, ”सेठ ने कहा।
“अकेले सिमडेगा के छोटे से जिले में, अकेले सिमडेगा शहर में 300 के साथ 2,400 चर्च हैं। मिशनरी निर्दोष आदिवासियों को लुभाने और उन्हें परिवर्तित करने में शामिल हैं। ईसाई मिशनरी, निर्मल हिरिया को 2018 में बच्चों को बेचने के लिए उजागर किया गया था। बच्चों को गोद लेने के नाम पर बच्चों की बिक्री होती है। अविवाहित लड़कियां मां बनती हैं और उनमें से अधिकांश आदिवासी हैं। तत्कालीन भाजपा सरकार ने एक मामला दर्ज किया था और कई लोगों को बच्चों की बिक्री के लिए गिरफ्तार किया गया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि तालाबंदी के दौरान, मिशनरी गिरिडीह, सिमडेगा, रांची, खुटी और अन्य जिलों में राशन वितरित करने में सक्रिय थे और राशन के लिए धर्मांतरण की शर्त रखी।
सेठ ने कहा, "ईसाई मिशनरी धर्मांतरण में शामिल हैं लेकिन लोगों के जीवन स्तर में सुधार नहीं हुआ है"।
-IANS
Source:-
झारखंड में धर्म परिवर्तन पर हिन्दुओं को हुआ जलन
Commentary
सच्चाई कुछ और ही है। हम आदिवासियों का तुम हिन्दुओं से क्या लेना देना । क्या ट्राइबल आदिवासी को तुम्हारे हिन्दू समाज में जगह मिलती है? इज्जत मिलती है? क्या किसी आदिवासी पुरुष या लड़का तुम्हारी हिन्दू स्त्री या लड़की से शादी कर सकता है? क्या तुम्हारी हिन्दू स्त्री या लड़की किसी आदिवासी ट्राइबल लड़का से शादी करती है जिसके पास नौकरी है, धनी है, अच्छा और बड़ा घर है? नहीं । हिन्दू हो या सीख हो या जैन धर्म के अनयायियों को इंडो यूरोपियन कहा जाता है या द्रविडियन कहा जाता है। तुम हिन्दू समाज के लोग मूर्तिपूजक होते हो और हम आदिवासी नहीं होते हैं। हमारी संस्कृति, भाषा और नस्ल तुम लोगों से मेल नहीं खाती है, तो फिर हम हिन्दू कैसे हुए। तुम्हारे हिन्दू जो कट्टर हिंदु होते हैं हमारी आदिवासी महिलाओं और जवान लड़कियों का बलात्कार करते हैं। उनका यौन शोषण करते हैं। जो दिखने में आकर्षक होती से उनसे यौन संबंध बनाने की कोशिशें करते हो और फिर त्याग देते हो या फिर रखैल की तरह रखते हो। अगर ऐसा कोई आदिवासी पुरुष करे तुम्हारी इंडो यूरोपीयन और द्राविड़ महिलाओं से तो कैसे लगेगा?! पर आदिवासी पुरुष ऐसा नहीं करते हैं। और ऐसा किया तो उसका गर्दन अलग हो जाएगा। लेकिन तुम्हारी स्त्रियां और लड़कियां अफ्रीका के मर्दों से शादी करती है और बच्चे पैदा करती है जैसे नीना गुप्ता, kamala harris की मां हिन्दू थी जिसने अफ्रीकन मर्द से यौन संबंध बनाई और पैदा हुई और उसको तुम अपने समाज में भी स्वीकार कर लिया कि kamala harris एक भारतीय मूल की हैं! पूरी मीडिया में उसका जोरो से प्रचार किया गया। सोशल मीडिया ने तुम्हारे लोग खुशियां मना रहे थे। वेस्ट इंडीज के क्रिकेट खिलड़ियों के साथ हिन्दू महिलाएं यौन संबंध बनाती हैं उनसे शादी करती है, और तुम्हें अच्छा लगता है तो उसका मतलब तुम हिन्दू अफ्रीका से ही आए हो चाहे वो ब्राह्मण हो या क्षत्रिय या वैश्य या शूद्र चाहे वो इंडो यूरोपियन भाषा बोलता हो या द्रविड़, तुम लोग सब के सब बाहर से आए हो, अवैध तरीके से घुस आए हो या आक्रमण करके घुस गए।
और हम आदिवासियों का ही शोषण कर रहे हो। हमारी ज़मीन लूट लेते हो।आदिवासी अपनी ज़मीन और अधिकार के लिए लड़ता रहा है, अपनी मातृभाषा को बचाने के लिए लड़ता रहता है पर उसे कोर्ट में भी न्याय नहीं मिल पाती है। अदानी, अंबानी, जैसे अन्य बड़े बड़े उद्योगपतियों को अपने बल का उपयोग करके दे देते हो और उनका जीवन विनाश हो जाता है। तुम हिन्दू नेता हमारी ज़मीन अवैध तरीके से, बल का उपयोग कर छीन लेते हो और अपनी आलीशान महलों का निर्माण करते हो । उन्हीं के ज़मीन में बड़े बड़े इंडस्ट्री, कंपनियां खुली हुई है और तुम्हारे ऊंची जाति के लोगों का जीवन फल फूल रहा है। उन्हीं कंपनी और इंडस्ट्री में आदिवासियों को नौकरी के लिए कम seat/vacancy रहती है, उनके साथ भेद भाव होता है। तो हम आदिवासी तुम्हारे क्या लगते हैं? जब कोई आदिवासी ईसाई धर्म अपनाता है तो तुम लोग उनकी हत्या करते हो ,आदिवासी महिलाओं का बलात्कार करके जान ले लेते हो क्योंंकि तुम जलते हो हमसे और तुम्हारे पूर्वज भी ऐसे ही थे। हमारी उन्नति से चिढ़ते हो, हमारी उन्नति नहीं देखना चाहते हो तो झूठी खबरें और अफवाह फैलाते हो और ईसाई आदिवासियों को बदनाम करते हो।
झूठी आरोप और खबरें अपने मीडिया के जरिए फैलाते हो और लोगों का ब्रेनवाश करते हो। अगर आदिवासी धर्म परिवर्तन भी करते हैं तो तुम लोगों को इतनी जलन क्यों होती है? भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है जहां सबको आजादी मिली है किसी भी धर्म के ईश्वर को मानने की। आदिवासियों की अपनी संस्कृति और भाषा है उनकी ना संस्कृति की इज्जत करते हो ना भाषा की इज्जत करते हो तुम और तुम्हारे लोग।
Comments
Post a Comment